Page Nav

HIDE

Breaking News:

latest

मॉनसून की मेहरबानी से वंचित रह गए दिल्ली के 9 जिले, कहां हुई सबसे ज्यादा बारिश

  देश के कई हिस्सों से भले ही भारी बारिश और बाढ़ की खबरें आ रही हैं, लेकिन दिल्ली के 10 में से नौ जिले मॉनसून की मेहरबानी से वंचित रह गए हैं...

 


देश के कई हिस्सों से भले ही भारी बारिश और बाढ़ की खबरें आ रही हैं, लेकिन दिल्ली के 10 में से नौ जिले मॉनसून की मेहरबानी से वंचित रह गए हैं। इनमें से दो जिले तो ऐसे हैं, जहां पर सामान्य से 92 फीसदी तक कम बारिश हुई है। इस बीच, दिल्ली के सिर्फ दक्षिण-पश्चिम जिले में ही सामान्य 32% ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई।

राजधानी में इस बार मॉनसून ने 29 जून को दस्तक दी थी। इसके बावजूद दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में अभी भी मॉनसूनी बारिश का इंतजार पूरा नहीं हुआ है। जुलाई के पहले पखवाड़े में दिल्ली में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश हुई और बादल छाए रहे, लेकिन पिछले लगभग सप्ताहभर से यहां हल्की-फुल्की बारिश भी नहीं हुई है। तेज धूप के चलते लोगों को भारी उमस और गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। जून-जुलाई के अब तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो केवल एक जिला दक्षिण पश्चिम दिल्ली ही ऐसा है, जहां पर 294.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य 32% ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई। वहीं, नॉर्थ दिल्ली और नॉर्थ वेस्ट दिल्ली जिला ऐसा है, जहां सामान्य से 92% तक कम बारिश हुई है।

बारिश लायक दबाव नहीं


मौसम निगरानी संस्था स्काईमेट के मौसम विज्ञानी महेश पालावत के मुताबिक, इस बार दिल्ली और आसपास के क्षेत्र में मौसमी सिस्टम कम सक्रिय रहे हैं। ज्यादातर सिस्टम मध्य भारत में सक्रिय रहे हैं। बंगाल की खाड़ी से उठने वाले सिस्टम भी इन्हीं इलाकों में ज्यादा सक्रिय रहे हैं। अगले कुछ दिनों में दिल्ली में अच्छी बारिश के एक-दो दौर आने की संभावना है।

 

पहले अनुक्रम में एकरूपता थी


महेश पालावत बताते हैं कि 25 साल पहले बारिश के पैटर्न में ज्यादा एकरूपता थी। सिंधु-गंगा के मैदानी क्षेत्र में ज्यादा बारिश होती थी। राजस्थान और गुजरात जैसे इलाके अपेक्षाकृत सूखे रहते थे। वैश्विक तापमान में बढ़ोतरी और जलवायु परिवर्तन को इसकी वजह माना जाता है। अब इसकी बजाय थंडर क्लाउड बनते हैं। ये क्लाउड एक बार में बहुत ज्यादा बारिश देते हैं।




 

कोई टिप्पणी नहीं