कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गौड ने पुलिस लाइन के हॉल में गुरुवार को अधिकारियों संग बैठक...
कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गौड ने पुलिस लाइन के हॉल में गुरुवार को अधिकारियों संग बैठक कर निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि शिवभक्तों की सुरक्षा के लिए कांवड़ मार्ग पर 1657 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिन्हें 15 कंट्रोल रूम से जोड़कर निगरानी होगी। कांवड़ रूट पर दमकल की 12 गाड़ियां तैनात रहेंगी। इसके साथ ही थोड़ी-थोड़ी दूरी पर पुलिस बीट भी बनाई गई हैं। वहीं, शहर में शुक्रवार से भारी वाहन नहीं आ सकेंगे।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पहली बार गाजियाबाद पुलिस ने कांवड़ मार्ग पर बीट प्रणाली लागू की है। 800 से एक हजार मीटर दूरी की एक बीट होगी। एक कांवड़ बीट में दो दरोगा, चार कॉन्स्टेबल और हेड कॉन्स्टेबल की शिफ्टवार ड्यूटी लगेगी। कांवड़ बीट पर तैनात पुलिसकर्मी लगातार भ्रमणशील रहेंगे।
इस दौरान कोई भी घटना होने पर वह तुरंत उचित कार्रवाई करेंगे और उच्चाधिकारियों को अवगत कराएंगे। इसके अलावा मेरठ तिराहे पर बनने वाले कंट्रोल रूम पर सभी बीट पुलिस अधिकारियों के नंबर रिकॉर्ड में रहेंगे। कंट्रोल रूम पर कोई सूचना मिलने पर संबंधित बीट पुलिस अधिकारियों को तत्काल सूचित किया जाएगा।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से कांवड़ मार्ग पर कुल 1657 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा 71 बैरियर लगाकर यातायात प्रबंधन किया जाएगा। 33 पीए सिस्टम (सार्वजनिक घोषणा प्रणाली) के अलावा 1560 पुलिस स्वयंसेवक भी लगाए गए हैं। कांवड़ मार्ग और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर पीआरवी और चीता मोबाइलों को लगाया गया है। आग की घटना होने पर तत्काल बचाव कार्य के लिए दमकल विभाग की 12 गाड़ियां भी कांवड़ रूट पर लगाई गई हैं।
यातायात संभालने की जिम्मेदारी दी
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त रखने और डायवर्जन के लिए निर्धारित मार्ग पर प्रतिबंधित वाहनों के आवागमन पर पूरी तरह रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं। संबंधित अधिकारियों और यातायात पुलिसकर्मियों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है। बैठक में एडिशनल सीपी अपराध और कानून व्यवस्था आलोक प्रियदर्शी, डीसीपी सिटी धवल जयसवाल, डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटील, डीसीपी ग्रामीण सुरेंद्र नाथ तिवारी, एडीसीपी ट्रैफिक व अभिसूचना, सभी एसीपी, थाना प्रभारी और यातायात निरीक्षक मौजूद रहे।
कांवड़ की ऊंचाई 10 फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए 15 छोटे-बड़े कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। इनमें एक मुख्य कंट्रोल रूम हापुड़ तिराहे पर बनेगा। कांवड़ रूट पर लगने वाले शिविरों में आग से बचाव के लिए जरूरी उपकरण रखने के लिए निर्देशित किया गया है। शिविरों में विद्युत सुरक्षा उपाय के संबंध में निर्देशित किया गया। पुलिस आयुक्त ने बताया कि कांवड़ की ऊंचाई और चौड़ाई का मानक निर्धारित किया गया है। इसके तहत कांवड़ की ऊंचाई 10 फीट और चौड़ाई 12 फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए।
सीमाओं पर नजर रहेगी
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि मेरठ बॉर्डर पर कांवड़ियों की संख्या और वाहन गिनने के लिए अलग से पुलिस बल लगाया जाएगा। तैनात पुलिसकर्मी संख्या की सूचना ग्रुप में साझा करेंगे, ताकि आगे वाला पुलिस बल समुचित व्यवस्था कर सके। इसके अलावा कांवड़ मार्ग में पड़ने वाले क्षेत्रों के अराजक तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। पुलिस के सहयोग के लिए शांति समिति के 10 हजार 587 लोगों को भी लगाया गया है।
कोई टिप्पणी नहीं