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एक ही पेड़ से खाएं हर किस्म के आम, मिलेंगी 121 प्रकार की वैरायटी; जानें कौन-कौन सी हैं?

आम के एक ही पेड़ पर 121 किस्म के आम लगने की बात कहें तो भरोसा नहीं होगा, लेकिन यह 100 फीसदी सच है. सहारनपुर के कंपनी गार्डन में आम के एक 15 ...



आम के एक ही पेड़ पर 121 किस्म के आम लगने की बात कहें तो भरोसा नहीं होगा, लेकिन यह 100 फीसदी सच है. सहारनपुर के कंपनी गार्डन में आम के एक 15 साल पुराने पेड़ पर 121 किस्म के आमों की पैदावार होती है. करीब 9 साल पहले कंपनी बाग में यह अनोखा प्रयोग किया गया था, जिसका मकसद आम की नई-नई किस्म पर शोध करना था. साथ ही आम के शौकीनों को एक ही जगह पर कई आम की कई किस्मों का स्वाद देना भी था, जो कि सफल हो गया है.


आम उत्पादन के मामले में पश्चिमी यूपी के सहारनपुर का नाम सबसे पहले आता है. जिले की फल पट्टी में आम की बागवानी जमकर की जाती है. जिस कारण सहानपुर में आम की नई-नई किस्म पर शोध भी हुए हैं. करीब 9 साल पहले सहारनपुर के कंपनी बाग में आम के एक पेड़ पर अनोखा प्रयोग किया गया था. औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र के तत्कालीन संयुक्त निदेशक राजेश प्रसाद ने आम के एक ही पेड़ पर 121 किस्म के आम की कलम (ब्रांच) लगाई थीं.


जिस कारण आम के एक ही पेड़ पर 121 तरह की किस्म के आम अब लगने शुरू हो गए हैं. शोध के लिए जिस पेड़ को चुना गया था, उसकी उम्र उस वक्त करीब 10 वर्ष थी. आम के देशी पेड़ की शाखाओं पर अलग-अलग किस्म के आमों की ब्रांच (कलम) लगाई गई थीं, जिसके बाद पेड़ की देखरेख के लिए अलग से नर्सरी इंचार्ज की नियुक्ति की थी.


तरह-तरह के आम के लगते हैं फल


अब इस पेड़ पर अलग-अलग तरह के आम जैसे कि दशहरी, लंगड़ा, चौंसा, रामकेला, आम्रपाली, सहारनपुर अरुण, सहारनपुर वरुण, सहारनपुर सौरभ, सहारनपुर गौरव, सहारनपुर राजीव, लखनऊ सफेदा, टॉमी ऐट किंग्स, पूसा सूर्या, सैंसेशन, रटौल, कलमी मालदा, बांबे, स्मिथ, मैंगीफेरा जालोनिया, गोला बुलंदशहर, लरन्कू, एलआर स्पेशल, आलमपुर बेनिशा, असौजिया देवबंद समेत 121 किस्म के आम लगते हैं.


आम के पेड़ पर किया गया शोध


ओद्योनिक प्रयोग व प्रशिक्षण केंद्र के अधिकारियों का कहना है कि आम के पेड़ पर शोध कार्य किए गए हैं. जिस पर अलग-अलग किस्म के आम की ब्रांच लगाई गई थीं. अब पेड़ पर अलग-अलग किस्म के आम लगते हैं. अब नई प्रजातियों पर भी शोध कार्य चल रहे हैं, जिससे बेहतर किस्म के आम की पैदावार की जा सके. अधिकारियों का कहना है कि जो लोग आम के शौकीन हैं, वो अपने किचन गार्डन या अपने निजी फार्म हाउस पर भी इसी तरह का प्रयोग करके आम की कई किस्मों का आनंद ले सकते हैं.




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