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गौतमबुद्ध नगर सीट पर क्या खिल पायेगा कमल

  दैनिक सरोकार !  संवाददाता / नोएडा :  भारतीय जनता पार्टी ने अपनी 195 सीटों पर उतारे जाने वाले उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। जिसमें ज्यादात...

 




दैनिक सरोकार !  संवाददाता / नोएडा : 

भारतीय जनता पार्टी ने अपनी 195 सीटों पर उतारे जाने वाले उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। जिसमें ज्यादातर सांसदो को उनकी सीट पर बरकरार रखा गया है, हालांकि कुछ सांसदों के टिकट काट दिए हैं।वही बात करे गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट की तो भारतीय जनता पार्टी ने सभी अटकलों को दरकिनार करते हुए एक बार फिर मौजूदा सांसद महेश शर्मा को टिकट दिया है।महेश शर्मा दो बार इसी सीट से सांसद रह चुके है।महेश शर्मा का टिकट फाइनल होने के बाद क्षेत्र में ये चर्चा है कि क्या भारतीय जनता पार्टी के पास कोई अन्य बेहतर विकल्प नहीं है जो फिर इतने विरोध के बावजूद भी महेश शर्मा को टिकट दे दिया।जबकि

भाजपा ने खुद सांसदों एक रिपोर्ट कार्ड तैयार करवाया था। इसमें संसद में भागीदारी, लोकसभा क्षेत्र में सक्रियता, सोशल मीडिया पर सक्रियता, पार्टी पदाधिकारियों में नाराजगी, विभिन्न समाजों में नाराजगी सहित कई बिंदुओं की जानकारी ली जाएगी।भाजपा ने लोकसभा चुनाव में रिस्क नहीं लेने की वजह से सांसद के रिपोर्ट कार्ड खराब होने पर उसका टिकट काटने का निर्णय लिया था चाहे वह कितना भी बड़ा नेता हो।इस को देख कर  ऐसा लगता है की भाजपा की करनी और कथनी में अंतर है। इसी वजह से वह लंगड़े घोड़े पर दांव लगा कर शायद चुनाव जीतना चाहता है।जबकि मोदी सरकार स्वयं कहती है कि नए और युवा चेहरों को राजनीति में आने का मौका मिलना चाहिए क्योंकि ऐसे व्यक्ति ही देश को विकसित करने में अपना योगदान दे सकते है।लेकिन फिर भी अपने ही बनाये नियमों को दरकिनार करते हुए लगातार दो बार सांसद और मंत्री रहने के साथ नोएडा से विधायक रह चुके महेश शर्मा पर लगातार तीसरी बार सांसद बनाने पर क्यों भारतीय जनता पार्टी दांव लगा रही है।जबकि पार्टी ने लगातार जनता का दुख दर्द समझने वाले इस सीट से दावेदार पूर्व जिलाधिकारी बीएन सिंह को अनदेखा किया।

जबकि महेश शर्मा के द्वारा गोद लिया जाने वाला दादरी का कचेड़ा गांव आज तक विकास के लिए बांट जोह रहा है जहां आज तक किसी तरह का कोई विकास कार्य नहीं हुआ।जिसके कारण गांव वालों सांसद महेश शर्मा के साथ सभी बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं के गांव में प्रवेश पर रोक लगा दी थी।वर्तमान सांसद को कई बार जनता के द्वारा

उपेक्षित किए जा चुके है।फिर भी पार्टी को सिर्फ एक ही नेता पार्टी का तारणहार दिखाई देता है। गौतमबुद्ध नगर की जनता की बात करे तो इस बार जनता बदलाब के मूड में है।

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