झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन की तबीयत शुक्रवार को अचानक ज्यादा बिगड़ गई थी। डॉक्टरों के अनुसार...
झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन की तबीयत शुक्रवार को अचानक ज्यादा बिगड़ गई थी। डॉक्टरों के अनुसार शनिवार से उनकी हालत स्थिर हुई है। इससे पहले शिबू सोरेन को वेंटीलेटर पर रखा गया था और लगातार मॉनिटरिंग चल रही थी। अब उनकी तबीयत स्थिर हो गई है।
बता दें कि वे 19 जून से दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती हैं, जहां वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम की निगरानी में इलाज चल रहा है। सूत्रों के अनुसार, उन्हें किडनी संबंधी परेशानी और हल्का ब्रेन स्ट्रोक हुआ था। उतार-चढ़ाव के बीच उनकी तबीयत शुक्रवार को बिगड़ गई थी। सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन के साथ रांची से दिल्ली रवाना हो गए थे। वहां जाकर इलाज कर रहे डॉक्टरों ने उनका हाल लिया था। लेकिन, डॉक्टरों ने बताया कि फिलहाल उनकी हालत स्थिर है। हालांकि, उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ है।
मुख्यमंत्री वहां अस्पताल में खुद मौजूद रहते हुए लगातार डॉक्टरों से पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। परिवार और पार्टी के वरिष्ठ नेतागण भी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। 81 वर्षीय शिबू सोरेन झारखंड की राजनीति में आदिवासी अस्मिता और अधिकारों की पहचान हैं। उनके स्वस्थ होने की प्रार्थना राज्यभर से की जा रही है। अबतक कई नेता उनसे मिलकर हालचाल ले चुके हैं। अब भी अस्पताल में आने-जाने वालों का तांता लगा हुआ है।
लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर मंत्री रामदास सोरेन
अपोलो अस्पताल प्रबंधन ने शनिवार शाम में मेडिकल बुलेटिन जारी कर बताया कि मंत्री रामदास सोरेन की हालत बेहद नाजुक है। उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। उन्हें क्रिटिकल कंडीशन में यहां लाया गया था। हालत में सुधार नहीं हो पाया है। स्थिति गंभीर है। इधर, सीएम हेमंत सोरेन भी अपोलो जाकर उनका हाल लिया। इसके बाद एक्स हैंडल पर लिखा- मरांग बुरु अपने इस लाल को शक्ति और साहस दे।
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