दिल्ली सरकार ने मंगलवार को 27 साल के अंतराल के बाद नर्स प्रशिक्षुओं के मानदेय में बढ़ोतरी को मंजूरी दी। दिल्ली सरकार ने मानदेय को बढ़ाकर 50...
दिल्ली सरकार ने मंगलवार को 27 साल के अंतराल के बाद नर्स प्रशिक्षुओं के मानदेय में बढ़ोतरी को मंजूरी दी। दिल्ली सरकार ने मानदेय को बढ़ाकर 500 रुपये से 13,150 रुपये प्रति माह कर दिया। दिल्ली सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस फैसले के साथ, हम नर्सिंग इंटनर्स के लिए सम्मान और गरिमा सुनिश्चित कर रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए इस फैसले से दिल्ली सरकार के गुरु तेग बहादुर अस्पताल, लोक नायक अस्पताल और दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल से संबद्ध 3 नर्सिंग महाविद्यालयों के लगभग 180 नर्स प्रशिक्षुओं को लाभ मिलेगा।
अधिकारी ने बताया कि यह कदम परिचारिका छात्रों की लंबे समय से लंबित मांग को पूरा करता है। सरकारी नोट में कहा गया है कि पूर्ववर्ती सरकारों ने लगभग तीन दशकों तक इस मुद्दे को नजरअंदाज किया लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में हमारी सरकार ने इस असमानता को दूर कर दिया है।
सरकार ने यह भी कहा है कि कहा कि वह चिकित्सा परिचारिका प्रशिक्षुओं को एमबीबीएस प्रशिक्षुओं के बराबर मानदेय देना चाहती है। दिल्ली सरकार की ओर से जारी नोट में कहा गया है कि इस बढ़े हुए मानदेय के साथ, हम परिचारिका प्रशिक्षुओं के लिए सम्मान और गरिमा सुनिश्चित कर रहे हैं।
इस बीच दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने राजधानी के सरकारी अस्पतालों में खराब पड़ी रेडियोलॉजी मशीनों को ठीक करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। बाबू जगजीवन राम मेमोरियल अस्पताल और महर्षि वाल्मीकि अस्पताल सहित दिल्ली के ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में रेडियोलॉजी मशीनों की मरम्मत के लिए स्वास्थ्य विभाग जल्द ही टेंडर जारी करेगा।
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