दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को खुद झाड़ू उठाकर एक सरकारी दफ्तर में साफ-सफाई की। उनकी सरकार ने 'दिल्ली को कूड़े से आजा...
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को खुद झाड़ू उठाकर एक सरकारी दफ्तर में साफ-सफाई की। उनकी सरकार ने 'दिल्ली को कूड़े से आजादी' नाम के एक अभियान की शुरुआत की है और एक महीने में तस्वीर बदलने का लक्ष्य रखा है। अभियान की शुरुआत करने के लिए मुख्यमंत्री दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यालय में पहुंचीं और इसकी हालत देखकर बेहद दुखी हो गईं। दफ्तर के एक हिस्से में झाड़ू लगाते हुए उन्होंने यह भी पूछा कि क्या छह महीने सालभर में भी सफाई नहीं होती?
कश्मीरी गेट स्थित कार्यालय की हालत देखकर मुख्यमंत्री बेहद दुखी हुईं और आम आदमी पार्टी की सरकार को कोसा। उन्होंने कहा, 'मैं इस दफ्तर में पहली बार आई हूं। यह देखकर दुख हो रहा है कि हमारे अधिकारी ऐसी इमारत में काम कर रहे हैं। पंखा कभी भी गिर सकता है। छत टपक रही है।' मुख्यमंत्री दफ्तर के हर कोने में गईं। पुराने इलेक्ट्रॉनिक कबाड़ को हटाया। पुराने पोस्टर और बेकार पड़े फाइल्स को निकाला। फिर उन्होंने एक झाड़ू हाथ में ली और कमरे को साफ करने लगीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस इमारत में 2021 में आग लगी थी, लेकिन अभी तक कोई मरम्मत नहीं कराई गई। पिछली आप सरकार और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए रेखा गुप्ता ने कहा, 'उन्होंने करोड़ों रुपये शीशमहल पर खर्च किए लेकिन सरकारी दफ्तरों की हालत सुधारने के लिए कुछ नहीं किया।'
मुख्यमंत्री ने कहा, 'इस दफ्तर की हालत देखकर मैं दुखी हूं। आज से ही नए सचिवालय की प्रक्रिया शुरू होगी जहां सभी विभाग काम कर सकते हैं। हम नए सचिवालय के लिए जगह देखेंगे।' कैंपेन को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसकी शुरुआत हो गई है और सबसे पहले भी विभाग अपने दफ्तरों की सफाई करेंगे। उन्होंने कहा, 'हमने ईवेस्ट हटाए, पुराने फाइल्स और कबाड़ पड़े हुए थे। हमें कबाड़ हटाने के लिए सरकारी नियमों को भी दोबारा देखने की जरूरत है।'
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