ग्रेटर नोएडा के इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (जीएनआईओटी) कॉलेज की बीटेक की छात्रा परीक्षा में पर्ची पकड़े जाने की घटना और यूएफएम (अनुचित साधन...
ग्रेटर नोएडा के इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (जीएनआईओटी) कॉलेज की बीटेक की छात्रा परीक्षा में पर्ची पकड़े जाने की घटना और यूएफएम (अनुचित साधन) लगाने के बाद से तनाव में थी। उसने ई-मेल के जरिये महिला आयोग और डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) से इसकी शिकायत भी की थी।
छात्रा खुशबू ग्रेटर नोएडा के सेक्टर सिग्मा-4 में अपने परिवार के साथ रह रही थी। परिवार के लोग मंगलवार की रात खाना खाने के लिए बैठे थे। खुशबू अपने कमरे से बाहर नहीं आई। परिजन कमरे की तरफ गए तो खुशबू पंखे से लटकी हुई थी। इसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने बताया कि खुशबू के कमरे से एक मोबाइल, लैपटॉप, रजिस्टर, डायरी, कॉपी आदि मिले हैं। छानबीन में पता चला है कि खुशबू ने खुदकुशी करने से पहले अपने एक दोस्त को वॉट्सऐप पर मैसेज किया था। इसके अलावा रजिस्टर में परिवार से जुड़ी कुछ बातों का जिक्र किया है। पुलिस का कहना है कि मोबाइल और रजिस्टर में लिखे नोट की जांच की जा रही है।
केसीसी कॉलेज प्रशासन का कहना है कि इस घटना से संस्थान का कोई लेना-देना नहीं है। संस्थान को एकेटीयू ने परीक्षा केंद्र के लिए चुना था। विश्वविद्यालय की टीम ही केंद्रों पर निरीक्षण के लिए आती है। संस्थान या प्रबंधन पर लगे सभी आरोप निराधार हैं।
महिला आयोग और यूनिवर्सिटी से शिकायत की
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि परीक्षा के दौरान छात्रा खुशबू के पास पर्ची मिली थी। छात्रा ने इस मामले की शिकायत ई-मेल के जरिये महिला आयोग और एकेटीयू से की थी। छात्रा ने शिकायत में लिखा था कि बिना गलती उसकी कॉपी छीन ली गई। पर्ची उसकी नहीं थी। जिस विषय की परीक्षा थी, पर्ची उस विषय की भी नहीं थी। उसने माफी भी मांगी थी। इसके बाद भी उसकी परीक्षा में यूएफएम लगा दी गई। इससे छात्रा को बैक लगने की आशंका थी और वह तनाव में थी।
कॉलेज प्रबंधन ने दुख जताया
जीएनआईओटी कॉलेज प्रबंधन ने छात्रा की मौत को लेकर गहरा दुख प्रकट किया है। संस्थान के निदेशक डॉ. धीरज गुप्ता ने बताया कि छात्रा के केसीसी कॉलेज में 9 जुलाई को हुए पेपर में यूएफएम लग गया था। संस्थान की तरफ से छात्रा की काउसलिंग कराई गई। इसके बाद उसने 10 से 16 जुलाई तक सभी पेपर दिए। उसने 24 से 26 जुलाई के बीच होने वाली प्रैक्टिकल परीक्षाएं भी दीं। संस्थान छात्रा के परिवार के साथ खड़ा है।
बीडीएस छात्रा ने जान दी थी
गौरतलब है कि इससे पहले 18 जुलाई की शाम ग्रेटर नोएडा की ही शारदा यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (बीडीएस) सेकेंड ईयर की छात्रा ज्योति ने गले में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली थी। पुलिस को छात्रा के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला था, जिसमें दो प्रोफेसरों को मौत का जिम्मेदार ठहराया गया था। परिजनों ने इस मामले में केस दर्ज करवाया। दोनों प्रोफेसर अभी जेल में हैं, जबकि डीन और एचओडी समेत छह लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया।
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