ग्रेटर नोएडा में ड्रग तस्करी करके कॉलेज के छात्रों को सप्लाई करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें जम्मू-कश्मीर बॉर्डर पर तै...
ग्रेटर नोएडा में ड्रग तस्करी करके कॉलेज के छात्रों को सप्लाई करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें जम्मू-कश्मीर बॉर्डर पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) का जवान रोहित कुमार भी शामिल है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 600 ग्राम ड्रग्स बरामद की है, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 25 लाख रुपये बताई जा रही है।
सेना का जवान ही निकला मास्टरमाइंड
एसएसबी जवान रोहित का काम जम्मू कश्मीर से ड्रग्स को दिल्ली एनसीआर में पहुंचाना था। इसके बाद ग्रेटर नोएडा में छात्रों और अन्य लोगों को बेचने का काम कॉलेज में काम करने वाले लैब टैक्नीशियन नकुल का था। इस गिरोह में साइबर कैफे संचालक लवकुश तेवतिया और परचून की दुकान चलाने वाला कृष्ण भी शामिल था। इन चारो को नॉलेज पार्क थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस पूरे काले धंधे का मुख्य सरगना रोहित ही था।
ऑनलाइन भी करते थे ड्रग्स की तस्करी
रोहित, कृष्ण और लवकुश एक ही गांव के रहने वाले है। रोहित जम्मू-कश्मीर से ड्रग्स लाता था, जबकि अन्य तीनों उसे ग्रेटर नोएडा में बेचते थे। ड्रग्स बेचने से होने वाली कमाई को सभी आरोपी आपस में बांट लिया करते थे। पुलिस के मुताबिक, आरोपी ड्रग्स की तस्करी ऑनलाइन भी करते थे। व्हाट्सएप के माध्यम से भी छात्रों को ड्रग्स बेची जाती थी। लैब टेक्नीशियन नकुल छात्रों से संपर्क कर उन्हें ड्रग्स बेचा करता था।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान
ग्रेटर नोएडा एडीसीपी सुधीर कुमार ने बताया कि नॉलेज पार्क स्थित विश्वविद्यालय और कॉलेजों में छात्रों को ड्रग्स बेचने की शिकायत मिल रही थी। शिकायत के आधार पर पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों की पहचान खुर्शेदपुरा गांव निवासी 36 वर्षीय रोहित कुमार पुत्र विजय सिंह, 26 वर्षीय कृष्ण पुत्र जगपाल सिंह, 34 वर्षीय लवकुश तेवतिया पुत्र कृष्ण पाल सिंह और वीरपुरा गांव निवासी 22 वर्षीय नकुल पुत्र विशनपाल के रुप में की है।
कोई टिप्पणी नहीं