दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने बुधवार को अपने फेज 4 विस्तार में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। डीएमआरसी को आगामी गोल्डन लाइन पर किशनगढ़ और वसंत कुंज स्टेशनों के बीच 1.5 किलोमीटर लंबे हिस्से में सुरंग बनाने में सफलता मिली है। डीएमआरसी ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि 91 मीटर लंबी एक टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) ने निर्माणाधीन वसंत कुंज मेट्रो स्टेशन पर यह सफलता हासिल की।
डीएमआरसी ने बुधवार को कहा कि उसने चौथे चरण के तुगलकाबाद-एरोसिटी कॉरिडोर पर किशनगढ़ और वसंत कुंज स्टेशन के बीच भूमिगत टनल के निर्माण का काम पूरा कर लिया। 1550 मीटर लंबी सुरंग खोदने के बाद टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) बुधवार को सुबह वसंत कुंज मेट्रो स्टेशन पर बाहर निकली। इस काम के लिए 91 मीटर लंबी विशाल टीबीएम का इस्तेमाल किया गया।
एरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर के हिस्से के रूप में इस खंड के अप लाइन और डाउन लाइन पर आवाजाही के लिए दो समानांतर सुरंगों का निर्माण किया गया है। दूसरी समानांतर टनल का काम इसी साल मार्च के महीने में पूरा किया गया था। सुरंग निर्माण के दौरान सभी जरूरी सुरक्षा सावधानियां बरती गईं। चौथे चरण के निर्माण कार्यों में 40.109 किमी की भूमिगत लाइनों का निर्माण किया जा रहा है। एरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर में कुल 19.343 किमी भूमिगत खंड हैं।
डीएमआरसी के अनुसार, नई सुरंग औसतन लगभग 23 मीटर की गहराई पर है। इसमें सबसे गहरा बिंदु लगभग 30 मीटर है। सुरंग बनाने की पूरी प्रक्रिया के दौरान जमीन की हलचल को ट्रैक करने के लिए संवेदनशील निगरानी उपकरणों का इस्तेमाल किया गया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जमीन पर बनी इमारतों पर असर ना पड़े। तुगलकाबाद-एयरोसिटी कॉरिडोर में लगभग 19.3 किलोमीटर भूमिगत खंड है जो सुरंग के निर्माण का एक बड़ा हिस्सा है।
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