दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमला करने वाले राजेश खिमजी सकारिया के इरादे बेहद खतरनाक थे। राजेश खिमजी ने ट्रेन से दिल्ली पहुंचते ही ...
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमला करने वाले राजेश खिमजी सकारिया के इरादे बेहद खतरनाक थे। राजेश खिमजी ने ट्रेन से दिल्ली पहुंचते ही सबसे पहले चाकू का इंतजाम किया था। इससे पता चलता है कि उसका इरादा मुख्यमंत्री पर चाकू से हमले का था, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए उसे अपना इरादा बदलना पड़ा और उसने हाथ से ही हमला किया। 20 अगस्त को जनसुनवाई के दौरान रेखा गुप्ता पर हमला करने वाले राजेश के अलावा पुलिस ने उसके दोस्त तहसीन सईद को भी गिरफ्तार किया है।
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर ही राजेश खिमजी ने चाकू का इंतजाम कर लिया था। उसने स्टेशन के बाहर ही एक सब्जी के ठेले से चाकू उठा ली थी। वह इस चाकू से ही मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमला करना चाहता था। शुरुआती तौर पर राजेश खिमजी ने खुद को डॉग लवर बताते हुए हमले को हाल में सुप्रीम कोर्ट से आए आदेश और उस पर दिल्ली सरकार के रुख से जोड़ा है। हालांकि, पुलिस को आशंका है कि हमले के पूछे वजह कोई दूसरी भी हो सकती है।
यह भी सामने आया है कि खिमजी ने अपने दोस्त तहसीन सईद के साथ मिलकर हमले की साजिश रची थी। दोनों लगातार संपर्क में थे। राजेश ने तहसीन को रेखा गुप्ता के आवास से वीडियो बनाकर भी भेजा था। सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों ने कहा है कि उन्होंने पहले सुप्रीम कोर्ट पर हमले की भी योजना बनाई थी। लेकिन जब राजेश सर्वोच्च अदालत पहुंचा तो वहां की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए इरादा बदल लिया।
सूत्रों के मुताबिक, राजेश खिमजी चाकू लेकर सीएम आवास तक पहुंचा था। लेकिन जब उसने सुरक्षा व्यवस्था देखी तो उसे आशंका हुई कि वह जांच के दौरान ही पकड़ा जाएगा। इसलिए उसने चाकू को फेंक दिया और हाथ से ही हमले का फैसला किया। सुरक्षाकर्मी अभी भी उस चाकू की तलाश कर रहे हैं। राजेश खिमजी पर दिल्ली पुलिस ने हत्या के प्रयास का मुकदमा भी दर्ज किया है। आरोप है कि जन सुनवाई के दौरान खिमजी ने मुख्यमंत्री को थप्पड़ मारे और उनके बाल पकड़कर खींचे।
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