गुरुग्राम से सटे हरियाणा के रेवाड़ी जिले में एक युवक ने अपनी लिव-इन पार्टनर की हत्या कर उसका शव बेड में छिपा दिया। फिर उसी बेड के ऊपर पंखे से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। पिता गुरुवार को जब बेटे का सामान लेने के लिए उसके कमरे में पहुंचा तो इस मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने महिला के ससुर को हिरासत में लिया है।
पुलिस के मुताबिक, पलवल के नांगल ब्राह्मण निवासी युवक योगेश धारूहेड़ा की आशियाना सोसाइटी के अस्पताल में ओटी सहायक के तौर पर काम कर रहा था। उसने 2017 में उत्तर प्रदेश की एक युवती से लव मैरिज की थी। उसके उसके दो बच्चे भी थे। अनबन के बाद पत्नी उसे छोड़कर बच्चों समेत मायके चली गई थी। इसके बाद योगेश रेवाड़ी आ गया। वहां उसकी जान-पहचान करनाल की एक महिला से हुई। दोनों के बीच प्रेम संबंध बने और वे लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगे।
इसी साल मार्च में होली के दिन योगेश धारूहेड़ा के सेक्टर-छह स्थित एक किराये के कमरे में शिफ्ट हुआ। महिला भी अपने तीन बच्चों के साथ उसके साथ रहने लगी। गर्मियों की छुट्टियां शुरू होने पर महिला ने बच्चों को बहन के पास छोड़ दिया। घर में योगेश और उसकी लिव-इन पार्टनर ही रह रहे थे।
बदबू आने पर खुदकुशी का पता चला
2 जून से योगेश की बाइक घर के बाहर खड़ी थी। 6 जून को इलाके में तेज बदबू आने लगी। इसकी सूचना पड़ोसियों ने पुलिस को दी। पुलिस जब योगेश के कमरे पर पहुंची, तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। दरवाजा तोड़ने पर योगेश पंखे से लटका मिला और उसके पैरों के नीचे बेड था।
पुलिस ने शव को नीचे उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। चौंकाने वाली बात यह रही कि पुलिस ने मौके से शव तो हटा दिया, लेकिन बेड के अंदर पड़े महिला के शव को नहीं देख पाई। बिना जांच किए कमरा मकान मालिक को सौंपकर चली गई। पुलिस ने योगेश के शव का पोस्टमॉर्टम कर परिजनों को सौंप दिया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
बेटे का सामान लेने पहुंचने पर महिला का शव मिला
19 जून को योगेश के पिता गिरीराज बेटे का सामान लेने धारूहेड़ा पहुंचे। उन्होंने कमरे में रखे बेड को उठाने की कोशिश की तो वह भारी लगा। जब उन्होंने बेड खोला, तो अंदर महिला का शव पड़ा हुआ था। पुलिस की जांच में पता चला कि योगेश ने पहले लिव-इन पार्टनर की हत्या की और शव को बेड में छिपा दिया था। पड़ोसियों ने बताया कि महिला के बच्चे स्कूल की छुट्टियों में उसकी बहन के पास चले गए थे।
पुलिस की लापरवाही सामने आई, जांच के आदेश
कमरे से बदबू आने की सूचना पर पहुंची पुलिस ने ओटी सहायक का शव को नीचे उतारा। शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया, लेकिन पुलिसकर्मियों ने कमरे की जांच करने की जहमत तक नहीं उठाई। महिला लिव-इन पार्टनर का शव बेड के अंदर पड़ा रहा। इस लापरवाही की जांच एसपी रेवाड़ी हेमेंद्र कुमार मीणा ने डीएसपी मुख्यालय डॉ.रविंद्र को सौंप दी है।
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