हिमाचल प्रदेश में 5 दिन पहले मानसून की एंट्री हो चुकी है जिसकी वजह से प्रदेश के कई इलाकों में मध्यम से भारी बारिश भी देखने को मिल रही है. मानसून की दस्तक के साथ ही पहाड़ों में लैंडस्लाइड शुरू हो गया है जिसकी वजह से कई इलाकों में वाहनों की आवाजाही रुक गई है. हिमाचल प्रदेश में मानसून की डेट 25 जून है लेकिन इस बार 5 दिन पहले ही मानसूनी बारिश से प्रदेश तरबतर हो चुका है. मौसम विभाग के अनुसार हिमाचल प्रदेश में फिलहाल शिमला, किन्नौर, सिरमौर और मंडी जिले में मानसून पहुंच गया है. दो-तीन दिन के अंदर यह पूरे प्रदेश में पहुंच जाएगा.
शिमला के जुब्बल-कोटखाई में त्यूणी-हाटकोटी सड़क का एक बड़ा हिस्सा टूट कर गिर गया है जिसकी वजह से यहां पर आवाजाही बाधित हुई है, वहीं शिमला के जतोग कैंट में भी लैंडस्लाइड हुआ है. इस हादसे में एक पिकअप गाड़ी को नुकसान हुआ है. वहीं मंडी जिले में भी पंडोह में स्कूल में भारी बारिश के चलते पानी भर गया जिसकी वजह से बच्चों को और टीचर्स को परेशानियों को सामना करना पड़ा. शुक्रवार को कांगड़ा और मंडी जिले में सुबह से लगातार बारिश दर्ज की जा रही है.
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है. इसमें बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर, शिमला और सिरमौर जिले शामिल हैं. वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने की वजह से इन इलाकों में बारिश लगातार हो रही है और अगले एक 4-5 दिन तक जारी रह सकती है. आज भी ज्यादातर इलाकों में हल्की बारिश की संभावना है.
कई जगहों पर दरके पहाड़
भारी बारिश के चलते हिमाचल प्रदेश में कई जगहों पर भारी बारिश जारी है. इस वजह से मिट्टी भी खिसक रही है और कई जगहों पर लैंड स्लाइड की घटनाएं देखने को मिल रही हैं. शिमला के जुब्बल-कोटखाई में त्यूणी-हाटकोटी में लैंडस्लाइड की घटना हुई है. वहीं जतोग कैंड में भी पहाड़ का मलबा गिरा है. धर्मशाला-चतरो-गगल के रास्ते पर भी लैंडस्लाइड की वजह से यातायात बंद हुआ है और मलबा हटाने का काम शुरु हुआ है.
एक टिप्पणी भेजें