‘गुलशन कुमार’ मर्डर का खुलासा, वर्चस्व की जंग में गैंगस्टर की हत्या; 5 आरोपी अरेस्ट


उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र में 10 जून की शाम रेलवे स्टेशन और रोडवेज बस स्टेशन के बीचो-बीच गैंगवार की घटना से सनसनी फैल गई थी. इस बात का खुलासा आज मऊ पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किया. गैंगस्टर गुलशन यादव की हत्या करने के बाद दूसरे गुट के लोगों ने फेसबुक पर हत्याकांड को शेयर किया था.


दरअसल, 10 जून को जिले में गैंगवार की घटना सामने आई थी जिसमें गैंगस्टर गुलशन यादव की हत्या की गई थी. गुलशन के साथ रणवीर यादव था, लेकिन जब बाइक सवार बदमाशों ने गुलशन पर राड से हमला किया तो रणवीर यादव फरार हो गया. हालांकि पुलिस ने रणवीर यादव की तहरीर पर शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया. रणवीर यादव ने 8 नामजद आरोपियों के खिलाफ व तीन अज्ञात के खिलाफ में मुकदमा दर्ज कराया.


पुलिस ने पांच नामजत आरोपियों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई कर जेल भेज दिया है. इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस ने बताया कि अपराधी वर्चस्व को बढ़ाने के लिए इस तरह की घटनाओं के अंजाम दे रहे हैं. 2 साल पहले गुलशन यादव मारपीट और हत्या के केस में जेल में बंद था. गुलशन यादव को जेल में बंद रहने के दौरान ही उसकी हत्या का कई बार प्रयास किया गया, लेकिन आरोपी नाकामयाब रहे.


वर्चस्व में हुई गैंगस्टर की हत्या


गुलशन यादव जैसे ही जमानत पर जेल से छूटा, तो उसकी रेकी कर दूसरे गुट के बदमाशों ने हत्या ईट से कूच कूचकर कर दिया. गुलशन यादव की हत्या होने के बाद पुलिस ने मामले को कड़ी दर कडी सुलझाने का प्रयास किया. इस दौरान एक नया मामला सामने आया. हिमांशु नाम का एक शख्स जिसकी गाड़ी का नंबर 024 है. इस नंबर को वह अपना लकी नंबर बनाते हुए अपना एक गैंग बनाया.


दूसरी तरफ गुलशन यादव ने जिन जिन लोगों को टारगेट कर उनसे बदसूली या फिर उन्हें मारा-पीटा वह सभी गुलशन के विरोधी गुट में शामिल होकर अपने अपमान का बदला लेने के लिए एक गैंग के रूप में बदल गए. उधर गुलशन यादव हत्या के केस में जेल में बंद हो गया. अब उसके बाहर आने के इंतजार होता रहा जैसे ही वह बाहर आया तो दूसरे गुटके लोगों ने हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया ।


कौन है गुलशन यादव?


दक्षिण टोला थाना क्षेत्र का रहने वाला गैंगस्टर गुलशन यादव उम्र 23 वर्ष हत्या के मामले में जेल में बंद था. 7 महीना पहले जेल से रिहा हुआ और करीब 7 बजे मऊ रेलवे स्टेशन पर उसकी हत्या हो गई. गुलशन यादव पर कुल 7 मुकदमे दर्ज थे. वहीं वर्चस्व की लड़ाई को लेकर गांव में हत्या और मारपीट की घटना के मामले में कुल सात मुकदमे कोतवाली थाना सराय लखनसी थाना और दक्षिण टोला में दर्ज थे. गुलशन यादव पर एक व्यक्ति को मारपीट कर घायल करने का आरोप था. गांव के एक व्यक्ति की हत्या करने और गुलशन यादव वर्चुअल को लेकर घटनाएं करता था, लोगों में दशक फैलता था. जिसकी वजह से लोगों में दहशत फैलाना इसका मकसद था.


11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज


सीओ सिटी ने गुलशन यादव की हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि यह लोकल स्तर पर गुंडों का दो गुट है जो अपने वर्चस्व को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं. वर्चस्व को बढ़ाने को लेकर गुलशन यादव पहले से ही हत्या के केस में जेल में बंद था. जमानत पर रिहा होकर बाहर आया था. जिसकी दूसरे गुट के लोगों ने हत्या कर दी. गुलशन यादव के साथी रणवीर यादव की तहरीर पर शहर कोतवाली में आठ नामजद व 3 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था. इस मामले में पुलिस आगे भी तफ्तीश में लगी हुई है. पुलिस जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है कि जब गुलशन यादव की हत्या की गई. उस दौरान वो कहां जा रहा था. पुलिस इसे सुलझाने के प्रयास में लगी हुई है. क्योंकि इन लोगों ने जिस जगह पर घटना को अंजाम दिया वह बेहद संवेदनशील है.




Post a Comment

और नया पुराने
Do you have any doubts? chat with us on WhatsApp
Hello, How can I help you? ...
Click me to start the chat...