पहले चलाते थे फैक्ट्री, फिर चलाने लगे टैक्सी… घर से भागना तक पड़ा, 12 साल में कैसे बर्बाद हो गया पंचकूला का मित्तल परिवार?

 


हरियाणा के पंचकूला एक परिवार की खुदकुशी की वारदात के बाद से सनसनी फैली हुई है. पंचकूल में प्रवीण मित्तल और उनके पूरे परिवार ने कार के अंदर खुदकुशी कर ली है. इस हादसे के बाद से उनके बारे में नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं. अब उनके करीबियों ने बताया है कि उनके परिवार के ऊपर कर्ज था जिसे वह चुका नहीं पा रहे थे और लंबे समय से कर्ज के बोझ में दबे हुए थे. इसी वजह से पूरे परिवार ने जहर खाकर जान दी है. आलम ये था कि गुजारे के पैसे भी नहीं थे और कर्चा 20 करोड़ रुपये हो गया था.


प्रवीण मित्तल ने अपनी ग्रोथ की शुरुआत पंचकूला से ही की थी. यहां उन्होंने टैक्सी ड्राइवर का काम किया. फिर यहीं से उन्होंने टूर एंड ट्रैवल्स का काम शुरू किया. उन्होंने बिजनेस आगे बढ़ाने के लिए हिमाचल प्रदेश के बद्दी में एक स्क्रैप का बिजनेस शुरू किया जो कि पूरा लोन पर था. काफी कोशिशों के बावजूद उनका बिजनेस नहीं चला. धीरे-धीरे उनका कर्ज बढ़ने लगा और बैंक ने पैसे वसूलने के लिए उनकी फैक्ट्री, फ्लैट और गाड़ियां भी सीज कर दीं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक परिवार के करीबियों से पता चला है कि प्रवीण मित्तल और उनके परिवार पर करीब 20 करोड़ रुपये का कर्ज था. प्रवीण का परिवार मूल रूप से हरियाणा के हिसार के बरवाला का रहने वाला था.


परिवार समेत की खुदकुशी


लगातार बढ़ते जा रहे कर्ज और बैंक के एक्शन के बाद से ही प्रवीण ने पंचकूला छोड़ दिया था और 6 साल पहले देहरादून पहुंच गए थे. लेकिन देहरादून में भी वह अपने कर्ज को उतारने का कोई रास्ता नहीं खोज पाए. इसके बाद वह कुछ समय पहले ही पंचकूला वापस लौट आए थे जहां से उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की थी. कुछ दिन यहां रहने के दौरान ही उन्होंने बाबा बागेश्वर के एक कार्यक्रम में जाने का फैसला किया. अपने साथ गाड़ी में अपने माता-पिता, पत्नी और तीन बच्चों को लेकर निकल गए.


बाबा बागेश्वर के कार्यक्रम में पहुंचे


सोवार को पूरी फैमिली बाबा बागेश्वर के एक कार्यक्रम में पहुंची थी जहां से लौटते वक्त सभी ने जहर खा लिया. प्रवीण की गाड़ी का दृश्य डरा देने वाला था क्योंकि सभी ने जहर के बाद उल्टियां की थीं. प्रवीण अकेले ही गाड़ी से बाहर निकले थे और रोड किनारे बैठकर एक राहगीर से कहा था कि उन्होंने जहर खाया है और उनके सभी रिश्तेदार करोड़पति हैं लेकिन किसी ने भी मदद नहीं की. उनके पास से एक नोट भी मिला है जिसमें उन्होंने कहा है कि उनके परिवार का अंतिम संस्कार सिर्फ उनका भांजे संदीप अग्रवाल ही उनका अंतिम संस्कार करेंगे.


मकान मालिक ने क्या कहा?


पंचकूला में प्रवीण मित्तल और उनके परिवार ने 25 दिन पहले ही शिफ्ट किया था. यहां पर उन्होने दो कमरों का किराए पर एक घर लिया था. यहां पर अपने परिवार के साथ रह रहे थे. 3 दिन बाहर जाने का बोलकर प्रवीण मित्तल अपने परिवार के साथ निकले थे. मकान मालिक मनीष चौधरी ने बताया कि प्रवीण ने उनसे कहा था कि वह बच्चों को लेकरर नानी के घर जा रहे हैं और वह पानी भरकर रख दें. उन्होंने बताया कि प्रवीण बोलचाल में बहुत ही शरीफ थे.




 

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