विशाखापत्तनम में कल PM मोदी मनाएंगे इंटरनेशनल योगा डे, नेवी के जवानों के साथ करेंगे Yoga


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में आयोजित 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में भाग लेंगे. यह आयोजन बंदरगाह शहर के आरके बीच से भोगपुरम तक फैले 26 किलोमीटर लंबे क्षेत्र में आयोजित किया जा रहा है, जिसे अब तक का सबसे बड़ा योग आयोजन माना जा रहा है. इस भव्य आयोजन में तीन लाख से अधिक लोगों के एक साथ योग करने की संभावना है, और इसका उद्देश्य कई वर्ल्ड रिकॉर्ड्स स्थापित करना है, जिनमें गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड शामिल है.


कार्यक्रम सुबह 6:30 बजे से 8:00 बजे तक चलेगा. इसे एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग (Yoga for One Earth, One Health) की थीम पर आयोजित किया जा रहा है.


11 हजार से अधिक नौसेना कर्मी लेंगे हिस्सा


नौसेना की ओर से जारी बयान के अनुसार, इस योग सत्र में 11,000 से अधिक नौसेना कर्मी और उनके परिवार भी भाग लेंगे. यह सत्र विशाखापत्तनम के प्रसिद्ध आरके बीच पर आयोजित होगा, जहां नौसेना युद्धपोतों पर भी योग अभ्यास किया जाएगा. यह आयोजन भारतीय नौसेना की राष्ट्रीय प्रतिबद्धता और अनुशासन का प्रतीक भी होगा.


दूसरी ओर, योग दिवस से पहले, आंध्र प्रदेश सरकार ने योगांध्र नामक एक महीने तक चलने वाला जागरूकता अभियान चलाया, जिसका उद्देश्य योग के महत्व को आम जनता तक पहुंचाना रहा. इस अभियान के माध्यम से राज्य सरकार ने योग को घर-घर तक पहुंचाने और सामूहिक भागीदारी को सुनिश्चित करने का प्रयास किया.


अधिकारियों के अनुसार, इस ऐतिहासिक आयोजन में भाग लेने के लिए अब तक राज्य, देश और दुनिया भर से 2.39 करोड़ से अधिक पंजीकरण हो चुके हैं. मुख्यमंत्री की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, अकेले विशाखापत्तनम के आरके बीच से 3.19 लाख लोग एक साथ योग करने में सक्षम होंगे. इसके अतिरिक्त, पूरे राज्य में लगभग 1 लाख केंद्रों पर योग सत्र आयोजित किए जा रहे हैं.


योग दिवस पर विशाखापत्तनम में होगा कार्यक्रम


राज्य सरकार ने 130,000 से अधिक स्थानों की पहचान कर योग गतिविधियों के लिए पंजीकरण कराया है. वहीं विशाखापत्तनम में 30,000 अतिरिक्त लोगों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी की गई है, ताकि बारिश या आपात स्थिति में कार्यक्रम बाधित न हो. हालांकि मौसम विभाग ने बारिश की कोई चेतावनी नहीं दी है, लेकिन मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सतर्क रहने और हर परिस्थिति के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं.


इस अवसर पर 25,000 से अधिक आदिवासी छात्र 108 मिनट तक सूर्य नमस्कार करेंगे, जिसका उद्देश्य एक साथ सबसे अधिक लोगों द्वारा सूर्य नमस्कार करने का विश्व रिकॉर्ड बनाना है.


इस आयोजन को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार, केंद्रीय एजेंसियां, सेना, स्थानीय प्रशासन और स्वयंसेवी संस्थाएं मिलकर कार्य कर रही हैं. प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान दिलाने जा रही है.




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