27,000 सरकारी विद्यालयों की बंदी के खिलाफ आम आदमी पार्टी का ज़ोरदार विरोध


गौतमबुद्ध नगर : उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा 27,000 सरकारी विद्यालयों को बंद करने के फैसले के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने एक जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष राकेश अवाना के नेतृत्व में आयोजित इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए, जिन्होंने इस शिक्षा विरोधी नीति पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह निर्णय प्रदेश के लाखों गरीब, दलित, और पिछड़े वर्ग के बच्चों के भविष्य के लिए बड़ा झटका है। राकेश अवाना ने कहा, “यह फैसला सिर्फ शिक्षा पर हमला नहीं, बल्कि हमारे समाज के सबसे कमजोर वर्गों के अधिकारों पर एक बड़ा प्रहार है। 


27,000 स्कूल बंद करने का फैसला बच्चों के भविष्य को अंधकार में धकेलने जैसा है।” उन्होंने आगे कहा, “सरकार को गरीबों की शिक्षा से कोई लेना-देना नहीं है। हम इस लड़ाई को जन-जन तक लेकर जाएंगे।” आम आदमी पार्टी के जिला महासचिव कैलाश शर्मा ने भी इस फैसले की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, “सरकारी स्कूल बंद होने से हजारों बच्चे शिक्षा से वंचित होंगे। यह सरकार का शिक्षा विरोधी चेहरा उजागर करता है।” प्रदेश अध्यक्ष किसान प्रकोष्ठ अशोक कमांड ने कहा, “यह केवल शिक्षा पर नहीं, बल्कि हमारे समाज के आधारभूत ढांचे पर हमला है।



 हम इसे कतई स्वीकार नहीं करेंगे।” प्रदर्शन के बाद, आम आदमी पार्टी के नेताओं ने जिलाधिकारी को महामहिम राष्ट्रपति महोदया के नाम ज्ञापन सौंपा, जिसमें 27,000 सरकारी विद्यालयों को बंद करने के फैसले को तत्काल रद्द करने की मांग की गई। राकेश अवाना ने कहा, “हमारी मांग है कि हर जनपद में सरकारी स्कूलों के पास अवैध रूप से चल रहे निजी विद्यालयों की जांच हो और उन पर सख्त कार्यवाही की जाए। सरकार को अपनी शिक्षा विरोधी नीतियों पर रोक लगानी चाहिए।” इस मौक़े पर अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।  



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